Dr. Ateendra Jha
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खुशी....
आपकी भरी आँखों को देख , हमारी आंखे बेसुध हो गई । हसीन हुई मन की वादियाँ ,जब हमने होंठों की मुस्कुराहट को देखा ।।
एक कल्पसृष्टि की कल्पना मे ....
April 15, 2022 at 1:06:32 PM
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Shayari